बंगाल पंचायत चुनाव में लोकतंत्र हुआ शर्मसार , अब तक करीब 14 की मौत, पोलिंग बूथ आग के हवाले

पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव :

भाजपा ने आरोप लगाया है कि जब बिस्वास ने सुबह मतदान केंद्र में प्रवेश करने की कोशिश की तो उनको टीएमसी समर्थकों ने रोका उसके बाद मामला बढ़ने पर उन्होंने उनकी हत्या कर दी| परंतु , टीएमसी ने आरोपों से इनकार किया|

पश्चिम बंगाल:

पश्चिम बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत जारी मतदान के बीच चुनाव से जुड़ी एक हिंसा में अभी तक करीब 14 लोगों की मौत हो चुकी है| वहीं अधिकारियों ने बताया कि मारे गए लोगों में 6 टीएमसी के सदस्य हैं. वहीं, बीजेपी, सीपीआई (एम), कांग्रेस और आईएसएफ के एक-एक कार्यकर्ता की मौत हुई है| इसके अलावा एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई, जिसके बारे में अभी तक जानकारी नहीं मिल सकी है कि वो किस राजनीतिक पार्टी से जुड़ा था| मालदा जिले के इंग्लिश बाजार के नागहरिया इलाके में बूथ संख्या 25 और 26 पर पथराव और बम फेंके जाने की खबर है| साथ ही मौके पर पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है|

अधिकारियों के बयान :

अधिकारियों के मुताबिक, हिंसक झड़पों में अन्य कई लोगों के घायल होने की भी समाचार मिले है. इसके अलावा, राज्य के कई हिस्सों में मतपेटियां भी खत्म की गई हैं. राज्य के ग्रामीण इलाकों की 73,887 सीटों पर सुबह 7 बजे मतदान शुरू हुआ. वोटिंग के माध्यम से 5.67 करोड़ लोग लगभग 2.06 लाख उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. अधिकारियों ने बताया कि दोपहर 1 बजे तक 36.66 प्रतिशत मतदान किया गया|

राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने उत्तर 24 परगना जिले के विभिन्न इलाकों का दौरा किया और हिंसा में घायल हुए लोगों से मुलाकात कर खबर लीं . अधिकारियों के अनुसार, कूचबिहार जिले की फलीमारी ग्राम पंचायत में भाजपा के मतदान एजेंट माधव बिस्वास की मौके पर ही हत्या कर दी गई|

उत्तर 24 परगना जिले के कदंबगाछी इलाके में एक निर्दलीय उम्मीदवार का एक समर्थक घायल हो गया| पुलिस अधीक्षक भास्कर मुखर्जी ने पहले बयान के अनुसार 41 वर्षीय अब्दुल्ला अली की मृत्यु हो गई, लेकिन बाद में बारासात अस्पताल के अधीक्षक ने कहा कि वह गंभीर रूप से घायल थे और वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे, लेकिन हिन्द है ,मरे नहीं|

इसके साथ ही मुर्शिदाबाद जिले के कापासडांगा इलाके में रात भर हुई हिंसा में एक टीएमसी कार्यकर्ता की मौत हो गई| अधिकारियों ने बताया कि मृतक की पहचान बाबर अली के रूप में हुई है. जिले के खारग्राम इलाके में एक और टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई. उसकी पहचान सबीरुद्दीन एसके के रूप में हुई|

टीएमसी ने यह भी आरोप लगाया कि कूचबिहार में तुफानगंज 2 पंचायत समिति में उसके बूथ समिति सदस्य गणेश सरकार की भाजपा द्वारा हमले में मौत हो गई| पुलिस ने बताया कि मालदा जिले में कांग्रेस समर्थकों के साथ झड़प में एक टीएमसी नेता के भाई की मौत हो गई|

एक घटना मानिकचक थाना क्षेत्र के जिशारतटोला में हुई| उन्होंने बताया कि मृतक की पहचान मालेक शेख के रूप में हुई है. टीएमसी ने यह भी आरोप लगाया कि नादिया के छपरा में उसके एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई| जिले के हरिनघाटा इलाके में टीएमसी के साथ झड़प में एक आईएसएफ कार्यकर्ता की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि पीड़ित की पहचान 48 वर्षीय सईदुल शेख के रूप में की है||

नादिया के टीएमसी अध्यक्ष देबाशीष गांगुली ने दावा किया कि यह घटना तब हुई जब आईएसएफ समर्थक टीएमसी कार्यकर्ताओं पर कच्चे बम फेंक रहे थे| उन्होंने दावा किया, “बमों में से एक उनके हाथ से फिसल गया और फट गया.” लेकिन शेख के परिवारजन ने आरोप लगाया कि टीएमसी समर्थकों के हमले में उनकी मौत हो गई|

दक्षिण 24 परगना जिले के बसंती में एक 38 वर्ष के व्यक्ति की हत्या कर दी गई. पुलिस ने बताया कि यह घटना फुलमलांचा इलाके में हुई और मृतक की पहचान अनीसुर के रूप में हुई. चुनाव संबंधी हिंसा में मुर्शिदाबाद के रेजिनगर पुलिस थाना क्षेत्र में एक कांग्रेस कार्यकर्ता की कथित तौर पर हत्या कर दी गई. उसकी पहचान यास्मीन एसके के रूप में हुई|

पूर्व बर्धमान जिले के आशग्राम 2 ब्लॉक में टीएमसी समर्थकों के हमले में कथित तौर पर सीपीआई कार्यकर्ता राजिबुल हक गंभीर रूप से घायल हो गए| अस्पताल में इलाज के दौरान सुबह उनकी मौत हो गई. टीएमसी ने आरोप लगाया कि जिले के कटावा इलाके में एक मतदान केंद्र के बाहर सीपीआई समर्थकों ने उसके एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी मृतक की पहचान गौतम रॉय के रूप में की गई|

अन्य घटनाएं :

कुछ इलाकों से मतपेटियों को जला देने और मतदाताओं को डराने-धमकाने की घटनाएं भी सामने आईं. कूच बिहार जिले के दिनहाटा में, बारविटा सरकारी प्राथमिक विद्यालय के एक बूथ पर मतपेटियों में तोड़फोड़ की गई और मतपत्रों में आग लगा दिया गया. बरनाचिना क्षेत्र के एक अन्य बूथ पर, स्थानीय लोगों ने गलत मतदान का आरोप लगाते हुए मतपत्रों के साथ एक मतपेटीको भी आग के हवाले कर लिया |

केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग को लेकर विभिन्न इलाकों में विरोध प्रदर्शन भी किये गये| नंदीग्राम में महिला मतदाताओं ने हाथों में जहर की बोतलें लेकर एक पुलिस अधिकारी का घेराव किया और मांग की कि इलाके में तुरंत केंद्रीय बल तैनात किया जाए|

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