एक सफल किसान राजाराम त्रिपाठी की कहानी :
एक ऐसा किसान जो अपनी मेहनत की बदौलत लगभग 25 करोड़ के टर्नओवर के आस पास पैदा करने वाले किसान डॉ राजाराम त्रिपाठी की कहानी कई लोगों को इंस्पायर करती है| आपको जानकर हैरानी होगी किएक समय में राजाराम त्रिपाठी बैंक में साधारण सी नौकरी किया करते थे लेकिन आज खेती की बदौलत वो 7 करोड़ का हेलीकॉप्टर खरीदने की तैयारी में हैं|
बस्तर का करोड़पति किसान
बस्तर जिले का नाम जब भी किसी की जुबान पर आता है, तब सबसे पहले हम इसे नक्सल एरिया के तौर पर आईडेंटिफाई कर लेते है लेकिन इन दिनों बस्तर की जमीं से एक प्रेरणादायक कहानी सामने आई है, जो लाखों लोगों के लिए प्रेरणा देने का काम कर रही है| बस्तर के इस किसान ने अपनी मेहनत के बदौलत हर साल 25 करोड़ का टर्नओवर पैदा किया| किसान का नाम डॉ राजाराम त्रिपाठी है जो इससे पूर्व बैंक में एक साधारण-सी नौकरी किया करते थे|
केवल एक की फसल की खेती ने बना दिया करोड़पति
राजाराम त्रिपाठी नाम का किसान बस्तर में सबसे बड़े काले मिर्च और सफेद मूसली के उत्पादन करने वाले किसान के रूप में जाता है| राजाराम त्रिपाठी करीब 400 आदिवासी सीरियों के साथ मिलकर सफेद मूसली और काली मिर्च की खेती और उत्पादन करते हैं और उनके द्वारा पैदा किया हुआ सामान यूरोपियन और अमेरिकी देशों को बेचा जाता है| कोंडागांव के रहने वाले राजाराम जैविक खेती करते हैं. आपको यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि राजाराम को भारत सरकार से तीन बार सर्वश्रेष्ट किसान का अवार्ड भी मिल चुका है| अब राजाराम त्रिपाठी एक हेलिकाप्टर खरीदने की तैयारी में और उस हेलिकॉप्टर से खेत में दवाई का छिड़काव करने में काम में लेंगे |
राजाराम का पूरा परिवार संगलन है खेती में , सभी मिलकर करते है खेती
आपको बता दें की राजाराम पूरे परिवार के साथ ही इसी पेशे से जुड़ा हुआ है| साथ ही यह ध्यान करें की राजाराम अब 7 करोड़ का हेलीकॉप्टर लेने जा रहे हैं. हॉलैंड की रॉबिंसन कंपनी से भी राजाराम की बात हो चुकी है. इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल खेती के लिए किया जाएगा. राजाराम R-44 मॉडल की चार सीटर हेलीकॉप्टर लेने वाले हैं. मां दंतेश्वरी हर्बल समूह के सीईओ राजाराम का वार्षिक टर्न ओवर 25 करोड़ रुपये है. पहले वो बैंक आफ इंडिया में प्रोबेशनर अधिकारी (PO) के तौर पर नौकरी किया करते थे, लेकिन उनकी इस किसानी के प्रति लगाव ने उनको काफी मोटा मुनाफा दिया है. राजाराम की कहानी आज लाखों युवाओं को अपने स्तर पर संबल होने की और अग्रसर करती नजर आ रही है.